शांत बहुत शांत है मन आज
अगले कुछ रोज
मैं और मेरी लेखनी होगी
रचेंगे किस्से
परियों के ना सही
कासिद की बातें
सक्षम के सफर में
अम्मा का इंतजार
कानून की नजर में
पापा से बहस
माँ से सहानुभूति
एक अलमारी से मुलाकात
छुटकी से मन की बात
बहुत सारे गीत
रचना प्रीत
अगले कुछ रोज
मैं और मेरी लेखनी होगी
रचेंगे किस्से...
यात्रा सिर्फ वो नहीं जो सुदूर देशों का दर्शन कराये । यात्रा वो है जिसमें आप स्वयं से मिलें, अपने मैं की जड़ तक पहुँचें उसे मर्दित कर आगे बढ़ें और दुनिया को एक नई दिशा दे पायें। तो चलें अनन्तयात्रा पर..
शनिवार, 11 अगस्त 2018
अगले कुछ रोज...
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