मुझे अच्छे नहीं लगते आंकड़े
मुझे सच्चे नहीं लगते आंकड़े
जैसे होते हैं वैसे दिखते नहीं
जैसे अति साधारण चेहरा
बना दे फ़ोटो लैब की सहायता से शानदार
इसी तरह साधारण आंकड़े
बेजान आंकड़े भी
सुर्खियों में दिखते हैं चमकीले जानदार
क्यों ना आंकड़ों को घर के पीछे लगी खूंटी पर
टांग कर भूल जायें
चलो आंकड़े विहीन
एक शानदार भारत बनाएं
जहां यथार्थ ही हो स्वर्णिम इश्तेहार
प्रीति राघव चौहान
यात्रा सिर्फ वो नहीं जो सुदूर देशों का दर्शन कराये । यात्रा वो है जिसमें आप स्वयं से मिलें, अपने मैं की जड़ तक पहुँचें उसे मर्दित कर आगे बढ़ें और दुनिया को एक नई दिशा दे पायें। तो चलें अनन्तयात्रा पर..
बुधवार, 10 जनवरी 2018
आंकड़े
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