है आज जश्न ए आजादी है
है आज जश्न ए आजादी
स्वाधीनता का है दिवस
चल कर लें जश्न ए आजादी
दो बरस आठ माहऔर दिवस ग्यारह ले लिये
देश मेरा एक है कानून इक सबके लिए
भीमाने लिखकर संविधान यह मुनादी करवा दी
है आज जश्न-ए-आजादी
है आज जश्न-ए-आजादी
करें नमन हम सर्वप्रथम उन शेरों को उन वीरों को
कांटा जिन्होंने भारती की लिपटी हुई जंजीरों को
निज वतन की आन पर घर घर ने थी कुर्बानी दी
है आज जश्न-ए-आजादी
है आज जश्न ए आजादी
स्वाधीन भारत आज है इसे आगे ले कर जाना है
हिंदुस्तानी संस्कृति का परचम जग में फहराना है
हर ओर इक ये शोर हो भारत ने जग को रवानी दी
है आज जश्न-ए-आजादी
है आज जश्ने आजादी
प्रीति राघव चौहान
यात्रा सिर्फ वो नहीं जो सुदूर देशों का दर्शन कराये । यात्रा वो है जिसमें आप स्वयं से मिलें, अपने मैं की जड़ तक पहुँचें उसे मर्दित कर आगे बढ़ें और दुनिया को एक नई दिशा दे पायें। तो चलें अनन्तयात्रा पर..
बुधवार, 10 जनवरी 2018
जश्ने आजादी
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